संस्कृति मंत्रालय से पूछा बांसुरी किसने बनाई ? जवाब आया खुद पता कर लो..!

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संस्कृति मंत्रालय से पूछा बांसुरी किसने बनाई ? जवाब आया खुद पता कर लो..!

आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारियों में हीला हवाली करने और अजीबोगरीब तरीके से जानकारी देने के मामले समय-समय पर आते जाते रहते हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के आगरा से है जिसमें सूचना के अधिकार के तहत संस्कृति मंत्रालय से डॉ. देवाशीष भट्टाचार्य नामक आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा वाद्य यंत्रों के संबंध में लिखित जानकारी चाही गई। जानकारी देने के तरीके से कुछ लोग नाखुश हैं तो कुछ लोग जानकारी देने वाले की चतुराई पर उसे दाद भी दे रहे हैं

पूछे गए थे यह 4 सवाल

1. तबले का आविष्कार कब हुआ और किसने किया ?
2. बांसुरी का आविष्कार कब हुआ और किसने किया।
3. हारमोनियम का आविष्कार कब हुआ और किसने किया।
4. तबले का आविष्कार कब हुआ और किसने किया पहला तबला मिट्टी से बना या लकड़ी से।

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लीजिए पढ़ लीजिए संगीत नाटक अकादमी का जवाब

आरटीआई कार्यकर्ता डॉ देवाशीष द्वारा मांगी गई जानकारी के जवाब में संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली के उप सचिव अंकुर आचार्य ने अपने जवाब में लिखा है कि अकादमी के संगीत अनुभाग का मानना है कि यह विषय गहन अध्ययन का है, आवेदक की मांगी गई सूचना के संदर्भ में अलग-अलग राय है इस बारे में कुछ भी पक्के तौर पर कहना बहुत मुश्किल है, इसलिए यह बेहतर होगा कि आवेदक स्पष्ट व अधिक जानकारी के लिए अकादमी के पुस्तकालय में आकर खुद ही अपने प्रश्नों का उत्तर ढूंढ लें।

जवाब से संतुष्ट नहीं हैं देवाशीष, करेंगे प्रथम अपील
उधर अकादमी द्वारा दिए गए जवाब से देवाशीष भट्टाचार्य संतुष्ट नहीं हैं और उन्होंने इसके खिलाफ प्रथम अपील करने की बात कही है देवाशीष का कहना है कि अकादमी जवाब नहीं देना चाहती हैं उन्होंने दावा किया कि पाठ्य पुस्तकों में गलत इतिहास पढ़ाया जा रहा है ।तबला पौराणिक वाद्य यंत्र है, उसका आविष्कार अमीर खुसरो ने नहीं किया था जबकि किताबों में अमीर खुसरो को तबला का आविष्कारक बताया जा रहा है। जो की आपत्तिजनक एवं साक्ष्यों के अभाव में किंवदंतियों पर आधारित जानकारी के आधार पर पढ़ाया जा रहा मनगढ़ंत तथ्य है। तबले की ही भांति बांसुरी और हारमोनियम ही प्राचीन वाद्य यंत्र हैं।