गांधी परिवार के हाथों से छूट रही कांग्रेस की डोर, जानिए किसके सर सजेगा कांग्रेस का “मौर”?

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गांधी परिवार के हाथों से छूट रही कांग्रेस की डोर, जानिए किसके सर सजेगा कांग्रेस का “मौर”?

समय बहुत बलवान होता है । यह समय ही है जो स्वतंत्रता के बाद से भारत पर शासन कर रहे नेहरू परिवार पर दशकों मेहरबान रहा और अब जाकर करवट भी ली तो ऐसी की सत्ता भी चली गई और नेतृत्व भी।
राष्ट्र की स्वतंत्रता के बाद भारतीय राजनीति में कांग्रेस के लंबे इतिहास में पहली बार गांधी परिवार का दबदबा कम होता दिख रहा है। यूं तो बीच-बीच में कई बार कांग्रेस अध्यक्ष बदले गए थे पर 24 साल पहले 1998 के कोलकाता अधिवेशन में सीताराम केसरी के बाद से सोनिया गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद अभी तक कांग्रेस अध्यक्ष का पद लगातार गांधी परिवार में ही है हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष कोई भी रहा हो पर गांधी परिवार का दबदबा सदैव बना रहा लेकिन “उन” परिस्थितियों और “इन” परिस्थितियों में “मोदी” और “राहुल” जितना अंतर है। लिहाजा इस बार कांग्रेस अध्यक्ष बदले जाने की प्रक्रिया को राजनीतिक पंडितों के द्वारा गांधी परिवार के धीरे-धीरे राजनीति के मैदान से बाहर होने की प्रक्रिया के तौर पर देखा जा रहा है।

गैर गांधी परिवार का कोई व्यक्ति बने अध्यक्ष — राहुल गांधी।


राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हवाले से राहुल गांधी जी का एक बयान आ रहा है जिसमें उन्होंने कहा है कि उन्हें मालूम है कि सब लोग उन्हें चाहते हैं । वे प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के प्रस्ताव और उनकी बातों का सम्मान करते हैं। उनके दिल में कार्यकर्ताओं के प्रति बहुत सम्मान है। उन्होंने कुछ कारणों से तय कर लिया है कि इस बार गैर गांधी परिवार का कोई व्यक्ति अध्यक्ष बने।

अशोक गहलोत के बयान में कहीं गांधी परिवार का भविष्य तो नहीं छुपा…?


हाल ही में अशोक गहलोत का एक बयान भी आया है जिसमें उन्होंने एक नई शुरुआत कर मिलकर काम करने की बात कही है lउन्होंने अपने बयान में कहा कि हम एक नई शुरुआत कर रहे हैं ।देश को एक मजबूत प्रतिपक्ष की आवश्यकता है जिसमें यथासंभव मेहनत करेंगे संगठन को मजबूत करने के लिए ब्लॉक, गांव, जिला स्तर पर मेहनत करेंगे और कांग्रेस को एक मजबूत प्रतिपक्ष के रूप में देश के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।

शशि थरूर भी दिख रहे हैं “अखाड़े में”..!


शशि थरूर के एक ट्वीट से कयास लगाया जा रहा है कि शशि थरूर भी कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मैदान में उतर सकते हैं ।

उन्होंने ट्वीट किया कि ’लड़कर हारना बेहतर है…’

https://twitter.com/ShashiTharoor/status/1573005824867172352?t=qvOofL6YvF-80IeojT75dQ&s=09

 

शशि थरूर ने अपनी पोस्ट “अखाड़े में आदमी” से अपने इरादों की झलक देते हुए लिखा कि
श्रेय उस व्यक्ति को जाता है जो वास्तव में अखाड़े में हैं ,जिसका चेहरा धूल पसीने और खून से लथपथ है, जो शूरवीरता के साथ प्रयास करता है, तो गलती करता है, जो सफलता के लिए बार-बार प्रयास करता है, जो खुद को एक योग्य कारण में खर्च करता है, जो अंत में उच्च उपलब्धि की विजय को सबसे अच्छी तरह जानता है।

मन तो मनीष ने भी बनाया है पर इरादा अभी नहीं बताया है।


G–23 के नेता मनीष तिवारी भी इस रेस में शामिल हो सकते हैं हालांकि उन्होंने अपने इरादे जाहिर नहीं किए पर गुप्त सूत्रों की सुगबुगाहट कह रही है कि धुंआ है ।

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